लॉकडाउन की अहमियत न समझने वालों से निपटना चुनौती, कोई बेवजह घूम रहा कोई क्वारंटीन में हो रहा लापरवाह
कोरोना से बचाव के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन का पालन कराना गोरखपुर में चुनौती बना हुआ है। सातवें दिन भी इस वक्त घर में रहने की अहमियत न समझने वाले पुलिस और प्रशासन का सिरदर्द बने हुए हैं। ऐसे लोगों को जगह-जगह रोक कर समझाया जा रहा है, सजा दी जा रही है। उधर, बाहर से बड़ी संख्या में पलायन कर आए लोगों में भी कई क्वारंटीन का पालन नहीं कर रहे हैं। गांव-देहात से ऐसे लोगों के बारे में शिकायतें मिल रही हैं। नतीजतन, प्रशासन की जिस मशीनरी को कोरोना संकट से निपटने के लिए इंतजामों में जुटना है वो इन लापरवाहों को सम्भालने में लगी हुई है।
मंगलवार की सुबह भी गोरखपुर में कई स्थानों पर लॉकडाउन तोडने वालों से पुलिस सख्ती से निपटती नज़र आई। बेतियाहाता में ऐसे कई नौजवानों को बाइक से उतारकर पुलिस ने सड़क पर दूर-दूर बैठा दिया जो लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे। इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जा रही है।
14 दिन का क्वारंटीन बर्दाश्त नहीं तो कोरोना से कैसे लड़ेंगे
बाहर से पलायन कर आ रहे बहुत से लोग 14 दिन क्वारंटीन में नहीं रहना चाहते। कल कमिश्नर और डीआईजी महराजगंज की सड़कों पर ऐसे लोगों को बड़े प्यार से समझाते नज़र आए थे। अन्य अधिकारी भी जगह-जगह लोगों को बता रहे हैं कि उन्हें क्वारंटीन का पालन अपने परिवार, समाज, देश और खुद अपने लिए करना चाहिए। लेकिन कई लोगों को यह बात समझ नहीं आ रही है। कई गांवों से क्वारंटीन में रखे गए लोगों के प्रधान और पंचायत सचिव से झगड़ा करके घर भाग जाने की जैसी शिकायतें मिल रही हैं।